शैलेन्द्र - एक आम आदमी का कवि। इस वीडियो को देखकर आप महसूस करेंगे कि शैलेन्द्र का फ़िल्मी लेखन किस तरह साहित्यिक कसौटी पर खरा उतरता है। तेजेन्द्र शर्मा का मानना है कि शैलेन्द्र के गीत विश्वविद्यालयों में बी.ए. और एम.ए. के पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिये।
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